Saturday, March 27, 2010

हाँ मैं नौकरानी हूँ

"ये जिन्दगी आपकी है, ये आपको तय करना है की आप कैसे इसे जीते हैं। कोई भी काम बार या छोटा नहीँ होता। मैंने अपनी कलम के दम पर बहूत नाम कमाया, लेकिन मैं आज भी घरों में नौकरानी का काम करती हूँ, इसमें मुझे जरा भी शर्मिंदगी महसूस नहीं होती। क्यूंकि अगर मैं अपने इस पेशे को छोर दूं तो कुछ लिख नहीं पाऊँगी।"
ये कुछ बातें बेबी हलधर ने कहीं। वो कल देहरादून में थीं। आपने बेबी का नाम तो जरुर सुना होगा। वही बेबी हलधर जिसने घरों में नौकरानी का काम करते करते एक ऐसी कहानी लिख डाली जो कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गई। आज उनके पास नेम है, फेम है, लेकिन वो आज भी उतनी ही सिम्पल हैं जितनी पहले थीं। उनकी पहली किताब " आलो अंधारी " से प्रेरणा पाकर दो और महिला ने किताब लिख डाली। ये सभी किताबें आज बेस्ट सेलर बुक हैं। बेबी इन दिनों दिल्ली में रह रही है। अपने दो बच्चों के साथ। बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ रहे रहें। बेबी आज भी घरों में काम करती हैं। वो फिर एक बुक लिख रही हैं। थीम क्या है ये तो नहीं बताया, लेकिन इतना जरूर कहा। आपकी हमारी जिंदगी पर ही होगी। तो आप भी इंतजार कीजिये बेबी हलधर की नए बुक की और सलाम कीजिये उनके जज्बे और हौसले को।

No comments: